उर्दू (Urdu) का विकास एक अपभ्रंश भाषा (Aberrant Language) के रूप में हुआ। इसमें अनेक भाषाओं के शब्द मिले हैं। जैसे : अरबी, फारसी तथा तुर्की।
इसी कारण उर्दू को एक मिश्रित भाषा (Mixed Language) कहते हैं। इसकी लिपि फारसी (Persian) है। लेकिन व्याकरण हिंदी-अंग्रेजी जैसे ही है।