D.C. की तुलना में A.C. का एक महत्वपूर्ण लाभ यह है कि विद्युत शक्ति को सुदूर स्थानों पर बिना अधिक ऊर्जा क्षय के प्रेषित किया जा सकता है।
दिष्ट धारा (Direct Current) : वैसी विद्युत धारा जिसका परिमाण तथा दिशा नियत रहती है, दिष्ट धारा (Direct current) कहलाती है।इसे बैट्री में संचित किया जाता है।
इसका उपयोग— इलेक्ट्रोप्लेटिंग में, बैट्री चार्जिंग में आदि।
प्रत्यावर्ती धारा (Alternating Current) : वैसी विद्युत धारा जिसका परिमाण तथा दिशा एक नियत दर से परिवर्तित होती रहती है, प्रत्यावर्ती द्वारा कहलाती है।
इसका उपयोग— घरेलू कार्यों में, बल्बों में, ट्रांसफर्मर में आदि इसकी आवृत्ति 50 Hz +/-3% होती है।