विद्युत बल तथा गुरुत्वाकर्षण बल दोनों ही एक जैसे नियमों के अन्तर्गत कार्य करते हैं, तथा दोनों ही निर्वात् में क्रियाशील रहते हैं। इन दोनों बलों में प्रमुख अन्तर निम्नवत् हैं
(i) विद्युत बल आकर्षणात्मक तथा प्रतिकर्षणात्मक दोनों प्रकार का होता है, जबकि गुरुत्वाकर्षण बल केवल आकर्षणात्मक होता है। इससे ज्ञात होता है कि आवेश दो प्रकार का (धन तथा ऋण ) होता है जबकि द्रव्यमान केवल एक प्रकार का होता है।
(ii) विद्युत बल दोनों आवेशों के बीच के माध्यम पर निर्भर करता है, जबकि गुरुत्वाकर्षण दोनों द्रव्यमानों के बीच के माध्यम पर निर्भर नहीं करता।
(iii) विद्युत बल, गुरुत्वाकर्षण बल की तुलना में अत्यन्त प्रबल होता है। उदाहरण के लिए, दो प्रोटॉनों के बीच विद्युत बल उनके बीच गुरुत्वाकर्षण बल की अपेक्षा 1036 गुना बड़ा होता है, दो इलेक्ट्रॉनों के बीच विद्युत बल उनके बीच गुरुत्वाकर्षण बल की अपेक्षा 1043 गुना बड़ा होता है।