तरल पदार्थों और गैसों की लंबी दूरी के परिवहन के लिए पाइप लाइन परिवहन का सबसे सुविधाजनक साधन है।
नगरों में जल आपूर्ति के लिए पाइप लाइनों का उपयोग काफी समय हो रहा है, लेकिन पेट्रोलियम एवं इसके उत्पादों का पाइपलाइनों द्वारा परिवहन एक अपेक्षाकृत नया विचार है।
इनके द्वारा ठोस पदार्थों, यथा लोहा को भी गाद या गारा में बदलकर परिवहन से होता है।
पाइपलाइन परिवहन (Pipeline transportation) से निम्नलिखित लाभ हैं—
i. पाइपलाइन उबड़-खाबड़ भूमि और पानी के नीचे भी बिछाई जा सकती है।
ii. इनके संचालन और रख-रखाव की लागत कम होती है।
iii. इसमें ऊर्जा की बचत होती है। केवल कुछ स्थानों पर पंपिंग में ही कुछ ऊर्जा की खपत होती है, जो नगण्य है।
iv. माल उतारने और लादने का झंझट नहीं होता है। अतः समय की बचत होती है।
v. तेल का प्रवाह निरंतर बना रहता है। ट्रकों और रेलों की तरह माल को लेट पहुँचने की संभावना नहीं रहती है।
vi. इसमें प्रदूषण का खतरा नहीं होता है। यह पर्यावरण हितैषी है।
पाइपलाइन परिवहन (Pipeline transportation) की कुछ हानियाँ भी हैं, जैसे—
i. इसमें लोच नहीं है। एक बार बिछाने के बाद इसकी क्षमता में वृद्धि नहीं हो सकती है।
ii. इसकी सुरक्षा कठिन है।
iii. भूमिगत पाइपलाइन की मरम्मत में कठिनाई होती है।
iv. पाइप लाइन के टूट जाने पर पेट्रोलियम बह जाता है, कभी कभी इसमें आग लग जाती है और पर्यावरण प्रदूषित हो जाता है।