30 अप्रैल, 1908 को बिहार के मुजफ्फरपुर में खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी ने किंग्सफोर्ड पर बम फेंका,
परंतु किंग्सफोर्ड बच गया और दुर्भाग्य से राष्ट्रीय आंदोलन से हमदर्दी रखने वाले मिस्टर कैनेडी की पत्नी एवं पुत्री मारी गईं।
प्रफुल्ल चाकी ने पुलिस से बचने के लिए आत्महत्या कर ली तथा खुदीराम बोस को गिरफ्तार कर फांसी दे दी गई।