इस योजना का मुख्य उद्देश्य गरीबी उन्मूलन के साथ आत्मनिर्भरता (self dependent) प्राप्त करना था। (1975-76) में आपातकाल के कारण योजना की अवधि अवरुद्ध हुई।
केंद्र में सत्ता परिवर्तन के साथ जनता पार्टी की सरकार ने पाँचवी योजना की अवधि को 1 वर्ष घटा दिया, अर्थात वित्त वर्ष (1978-79) की जगह यह योजना (1977-78) में पूरी होनी थी।
एक नई योजना (छठी योजना, 1978-83) की शुरुआत जनता पार्टी द्वारा की गई जिससे रोलिंग प्लान कहा गया।
1980 में केंद्र में सत्ता परिवर्तन के साथ कांग्रेस ने छठी योजना की शुरुआत (1980-85) अवधि के लिए की।
लेकिन इस समय जनता पार्टी की छठी योजना के 2 वर्ष पूरे हो चुके थे। कांग्रेस सरकार ने पहले वर्ष (1978-79) को पांचवी योजना में जोड़ दिया (जिसे जनता पार्टी सरकार ने घटाकर 4 वर्ष कर दिया था)।
इस तरह पांचवी योजना अधिकारिक रूप से पुनः 5 वर्षों की हो गई (1974-79) दूसरे वर्ष (1979-80) को कांग्रेस सरकार ने एक वार्षिक योजना का वर्ष घोषित किया।