एक साफ शीशे के प्लेट पर पानी की बूंद गिराने से वह फैल जाता है, जबकि पारे की एक बूंद गोलाकार बनी रहती है। क्योंकि
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एक साफ शीशे के प्लेट पर पानी की बूंद गिराने से वह फैल जाता है, जबकि पारे की एक बूंद गोलाकार बनी रहती है। क्योंकि

एक साफ शीशे के प्लेट पर पानी की बूंद गिराने से वह फैल जाता है, जबकि पारे की एक बूंद गोलाकार बनी रहती है। क्योंकि

(A) पारा धातु होता है।

(B) पारे का घनत्व पानी के घनत्व से अधिक होता है।

(C) पारे का ससंजन (Cohesion) उसका शीशे के साथ आसंजन (Adhesion) से अधिक होता है।

(D) पानी का ससंजन, उसका शीशे के साथ आसंजन से अधिक होता है।
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एक साफ शीशे के प्लेट पर पानी की बूंद गिराने से वह फैल जाता है जबकि पारे की एक बूंद गोलाकार बनी रहती है क्योंकि पारे का ससंजन (cohesion) उसका शीशे के साथ आसंजन (Adhesion) से अधिक होता है। अतः इन विकल्पों में से विकल्प (C) सही उत्तर होगा। 

  • एक ही पदार्थ के अणुओं के मध्य लगने वाले आकर्षण बल को ससंजक बल कहते हैं। ठोसों का ससंजक बल अधिक तथा द्रवों का ससंजक बल कम होता है 
  • दो भिन्न पदार्थों के अणुओं के मध्य लगने वाले आकर्षण बल को आसंजक बल कहते हैं।
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