भारत में अधिक अन्न उत्पादन के लिए उन्नत बीज, रासायनिक उर्वरक, कीटनाशकों, सिंचाई के साधनों को अपनाने पर जोर दिया गया।
इस कारण फसलों की उत्पादकता काफी बढ़ी। गेहूं जैसे खाद्यान्न उत्पादन में तो गुणात्मक रूप से वृद्धि हुई।
कृषि के क्षेत्र की यह क्रांति हरित क्रांति (Green Revolution) के नाम से जानी जाती है।