30 अप्रैल, 1908 ई० को बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के न्यायाधीश किंग्स फोर्ड की हत्या करने का प्रयास किया गया।
Note :
- प्रफुल्ल चाकी और खुदीराम बोस को इन पर बम फेंकने का भार दिया गया।
- भूलवश बम वकील पाता कैनेडी की गाड़ी पर गिरा जिससे मिसेज कैनेडी और उनकी पुत्री की मृत्यु हो गई ।
- प्रफुल्ल चाकी ने आत्महत्या कर ली लेकिन खुदीराम बोस पर अभियोग चला और उन्हें फाँसी दी गई ।
- खुदीराम बोस का जन्म 3 दिसम्बर, 1889 ई० में मिदनापुर जिले हुआ था
- खुदीराम बोस युगान्तर दल के सक्रिय सदस्य थे।
- 11 अगस्त, 1908 ई० को मुजफ्फरपुर जेल में खुदीराम बोस को फांसी दे दी गई । ( उम्र 18 वर्ष 8 माह)
- खुदीराम बोस फांसी पर चढ़ने वाला सबसे कम उम्र के कांतिकारी थे।
- सी०आर० दास ने इस केस में पैरवीकार के रूप में कार्य किया था।
- बिहार के क्रांतिकारी योगेन्द्र शुक्ल ने भगत सिंह को गोली चलाने का प्रशिक्षण दिया।