नाइट्रोजन (Nitrogen) की विद्युत ऋणात्मकता (3 : 0) हाइड्रोजन (2 : 1) से अधिक होती है। अतः N—H आबंध ध्रुवीय होता है।
इसलिए NH3 में अन्तराआण्विक हाइड्रोजन आबंध होते हैं। इसके विपरीत P तथा H दानों की विद्युत ऋणात्मकता 2:1 होती है।
इसलिए PH बंध ध्रुवीय नहीं होता, अतः इनमें हाइड्रोजन बंधन नहीं होता है।