उत्तर: कवि केदारनाथ अग्रवाल आजाद हिंदुस्तान में गीतों और फूलों की खेती इसलिए करना चाहते हैं कि वह प्रगतिवादी विचारधारा का है। गीतों के माध्यम से व्यक्ति अपने हृदय का उद्गार प्रकट करता है। यहाँ गीत स्वतंत्र भावना के प्रकटीकरण के परिचायक हैं और फूल प्रसन्नता के। कवि भारतीय जनता के अपने विचारों को स्वतंत्रतापूर्वक प्रकट करने का समर्थक है और उन्हें सब तरह से प्रसन्न देखना चाहता है। यही कारण है कि वह आज़ाद हिन्दुस्तान में गीतों और फूलों की खेती करना चाहता है।