थर्ड इंटरनेशनल (मास्को, 1919) में सभी देशों की साम्यवादी पार्टियों का एक संघ (कौमिंटन) बनाया गया। इसका कार्य विश्व में क्रांति का प्रचार करना एवं साम्यवादियों की सहायता करना था।
इसका नेतृत्व सोवियत संघ के साम्यवादी दल पास रहा। इससे पूँजीवादी देशों में बेचैनी फैल गई और वे सोवियत संघ से मधुर संबंध बनाने को बाध्य हो गए।