चन्द्रगुप्त-II (Chandragupta-II) का शासन काल 375-414 A.D तक था। चन्द्रगुप्त-II को गुप्त काल का महानतम शासक माना जाता है। उनके दरबार में नवरत्न रहते थे जिसमें शामिल थे— कालिदास (Kalidas), धनवंतरि (Dhanvantari), क्षपणक (Kshapanak), अमर सिंह (Amar Singh), शंकु (Shanku), वररूचि (Varruchi), वेतालभट्ट (Vetalbhatt), घटकर्पर (Ghatkpar) और वाराहमिहिर (Varahmihir)।
- वाराहमिहिर खगोलशास्त्री थे।
- अमर सिंह का अमरकोष प्रसिद्ध है।
- शंकु वास्तुकार थे।
- ब्रह्म गुप्त की पुस्तक ब्रह्मसिद्धान्त है।
- ब्रह्म गुप्त को भारत का न्यूटन कहा जाता है।
- विशाखदत्त ने मुद्राराक्षस और देवीचन्द्रगुप्तम् पुस्तक लिखी।