हम जानते हैं कि – कार्य = बल x विस्थापन अतः इन विकल्पों में से विकल्प (A) सही उत्तर होगा।
बंदूक से एक चली गोली में घूमते हुए पहिए, तेजी से आते हुए पत्थर तथा उठे हुए हथौड़े की तुलना में बहुत अधिक गतिज ऊर्जा होती है। पुनः हम जानते हैं कि चली हुई गोली जब किसी लक्ष्य से टकराती है तो इसकी संपूर्ण गतिज ऊर्जा कार्य तथा ऊष्मा में परिवर्तित होगी। यदि ऊष्मा का मान नगण्य हो तो
गोलियों की गति ऊर्जा = किया गया कार्य
अब गोली के लक्ष्य से टकराने पर विस्थापन कम होगा और संपूर्ण गति ऊर्जा एक बड़े परिणाम का बल उत्पन्न करेगी, जिससे लक्ष्य का गहराई तक बेधन हो जाता है। यही कारण है कि बंदूक से चली गोली यदि किसी व्यक्ति के सीने में लग जाए तो उसकी जान तक जा सकती है।