औद्योगिक नीति प्रस्ताव 1956 जिसके आधार पर द्वितीय पंचवर्षीय योजना का सृजन किया गया था, जिसमें उद्योगों को 3 श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है।
द्वितीय पंचवर्षीय योजना के तहत दुर्गापुर, राउरकेला तथा भिलाई में इस्पात कारखाना की स्थापना किया गया।
औद्योगिक नीति 1956 के अन्तर्गत तीन वर्गों में उद्योगों को बाँटा गया—
- सार्वजनिक क्षेत्र
- निजी क्षेत्र तथा
- संयुक्त क्षेत्र
औद्योगिक नीति 1956 को भारत में उद्योग का 'लघु संविधान' कहा जाता है, जिसके द्वारा मिश्रित अर्थव्यवस्था को मूर्त रूप दिया गया।