गुट-निरपेक्ष आंदोलन (Non-Aligned Movement) अपने आपको तीसरी दुनिया के हितों का संरक्षक तथा सैनिक गुट में बँटे दो समूह के मुकाबले में एक वैकल्पिक समूह मानता है।
इसकी शुरुआत सन् 1961 ई० से हुई इस आंदोलन के दो-प्रमुख उद्देश्य है। साम्राज्यवाद एवं उपनिवेशवाद का विरोध करना।
यदि संसार में साम्राज्यवाद एवं उपनिवेशवाद का अ अंत हुआ तो इसका श्रेयं गुट निरपेक्ष आंदोलन को जाता है।
गुट निरपेक्ष आंदोलन के कारण रंग भेद, नस्ल भेद एवं स्वयं को न मानने की नीति आदि रहा है।
गुट निरपेक्ष देशों ने समय-समय पर इन नीतियों के विरुद्ध आवाज उठायी है।