क्योटो प्रोटोकॉल (Kyoto Protocol) एक अन्तर्राष्ट्रीय समझौता है। इसके अन्तर्गत औद्योगिक देशों के लिए ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने का लक्ष्य निर्धारित किये गये हैं।
कार्बन डाइऑक्साइड, मीथेन और हाइड्रोफ्लोरोकार्बन जैसी कुछ गैसों के बारे में माना जाता है कि वैश्विक तापवृद्धि (Global Warming) में इनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका है।