मिश्रित अर्थव्यवस्था (Mixed Economy) की धारणा अपेक्षाकृत एक नवीन धारणा है। पूँजीवाद एवं समाजवाद आर्थिक व्यवस्था के दो पृथक रूप हैं।
जहाँ पूँजीवादी अर्थव्यवस्था में व्यक्ति को पूर्ण आर्थिक स्वतंत्रता (Economic Freedom) रहती है, वहाँ समाजवादी अर्थव्यवस्था इसे समाप्त कर देती है।
मिश्रित अर्थव्यवस्था इन दोनों अर्थव्यवस्थाओं के बीच का मार्ग है।इसमें पूँजीवाद एवं समाजवाद (Capitalism and Socialism) दोनों के गुण वर्तमान होते हैं।
इसके अंतर्गत अर्थव्यवस्था के कुछ महत्त्वपूर्ण क्षेत्र सरकार के अधीन होते हैं तथा शेष निजी उद्यम के हाथ में छोड़ दिए जाते हैं।