एक अनोखी कक्षा शुद्ध पर्यावरण युक्त प्रकाशमय तथा हवादार होनी चाहिए। बैठक व्यवस्था अच्छी तथा साफ-सफाई का विशेष ध्यान कक्षा शिक्षक और बच्चों द्वारा दिया जाना चाहिए। इस प्रकार की व्यवस्था होने पर यह कक्षा अनोखी कक्षा कहलाएगी। इस अनोखी कक्षा में निम्नलिखित बातें महत्वपूर्ण होंगी।
1. श्यामपट साफ होना चाहिए। उस पर एक ओर दिनाँक, विषय, बच्चों की उपस्थिति, दर्ज संख्या लिखा होता है।
2. शिक्षक अपने प्रकरण की पूरी तैयारी कर विषयवार तथा अपने समय पर कक्षा में उपस्थित होते हैं।
3. शिक्षक तथा विद्यार्थियों के मध्य विषय से संबंधी अन्तः क्रिया होती है जो विद्यार्थियों को विषय से संबंधित प्रकरण को आसानी से समझने में सहायता करता है।
4. अन्तः क्रिया के फलस्वरूप विद्यार्थी कक्षा में सक्रिय रहते हैं।
5. कक्षा में चित्र, चार्ट, मानचित्र, ग्लोब आदि की व्यवस्था हो जिसका उपयोग कर शिक्षक अध्यापन कार्य को रुचिपूर्ण बनाते हैं।
6. शिक्षण सहायक सामग्री की सहायता से पाठ को रोचक बनाया जाता है।