भारत में बादशाह अकबर के (1556 से 1605 ईसवी) शासनकाल में इंग्लिश ईस्ट इंडिया कंपनी (English East India Company) का गठन हुआ ।
दिसंबर, 1599 ई. में लंदन में कुछ व्यापारियों ने लॉर्ड मेयर की अध्यक्षता में एक सभा का आयोजन किया। इसमें पूर्वी द्वीपसमूह के साथ व्यापार की योजनाएं तैयार की गईं। इन व्यापारियों ने पूर्व के देशों के साथ व्यापार करने के आशय से 1599 ई. में एक कंपनी का गठन किया। इसका नाम गवर्नर एंड कंपनी ऑफ मर्चेट्स ऑफ लंदन ट्रेडिंग इन टू द ईस्ट इंडीज रखा गया। इसे जॉन कंपनी के नाम भी जाना जाता था। इस दौरान भारत का बादशाह अकबर (1556-1605 ई.) था।