1855 ई. में संथालों ने मेजर बोरो (Major Boro) अंग्रेज कमांडर को हराया ।
1855 ई. में संथालों ने भागलपुर क्षेत्र के भोगनाडीह ताल्लुके में विद्रोह कर दिया था। इन्होंने एक साथ पुलिस और दिकुओं पर आक्रमण किए थे, जिसका नेतृत्व सिद्धो, कान्हो, चांद और भैरव ने किया था।
संथाल विद्रोह को दबाने के लिए मेजर बारो के नेतृत्व में एक सेना भेजी गई, जिसे (पीर पैंती के युद्ध में) संथालों ने हरा दिया था ।