चार्ल्स एंडूज (Charles Andrews) (दीनबन्धु एंडूज) सेंट स्टीफेन कॉलेज, दिल्ली में 8 प्राध्यापक थे। भारतीयों से इनका गहरा लगाव था और हर तरह से भारतीय बनना चाहते थे। रबीन्द्रनाथ टैगोर, गोपाल कृष्ण गोखले तथा महात्मा गांधी से इनके घनिष्ठ संबंध थे।
ये दक्षिण अफ्रीका ये के फीनिक्स आश्रम में गांधीजी के साथ रहे। गांधीजी ने ही गरीबों के प्रति इनकी निरंतर चिंता को देखते हुए उन्हें दीनबन्धु की उपाधि से सम्मानित किया था।
एंडूज 1925 और 1927 में ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन (All India Trade Union) के अध्यक्ष भी रहे।
गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने के लिए वह गांधीजी के साथ लंदन गए।