केरल प्रांत के मालाबार जिले के मोपला काश्तकारों के आंदोलन मुख्यतः लगान व बेदखली को लेकर थे। जमींदार जब चाहते उन्हें भूमि से बेदखल कर देते और जब चाहते मनमाना लगान वसूलते, खिलाफत आंदोलन भी अपनी जड़ें जमाता जा रहा था। हालात ये हो गए कि खिलाफत आंदोलन एवं काश्तकारों की बैठक में फर्क करना मुश्किल हो गया। इस तरह दोनों आंदोलन एक-दूसरे में समा गए।