1919 ईस्वी को शौकत अली और मोहम्मद अली के नेतृत्व में अंग्रेजी नीति के खिलाफ एक व्यापक आंदोलन शुरू हुआ था। प्रथम विश्व युद्ध के उपरांत इंग्लैंड का तुर्की पर अधिकार हुआ जो मुस्लिम देश था। अंग्रेजों को भारतीय मुसलमानों का साथ मिल रहा था, इसीलिए भारतीय मुसलमानों को विभिन्न सुविधाएं मिल रहे थे। लेकिन तुर्की के मुसलमानों को भारतीय मुसलमानों की तरह सुविधा नहीं दी जा रही थी। जिसके कारण उन्होंने अंग्रेजों के विरुद्ध एक आंदोलन छेड़ दिया जिसे खिलाफत आंदोलन के नाम से जाने जाते हैं।