वैज्ञानिक तरीके से तैयार किए गए माध्यम में सूक्ष्मजीवों की संख्या में वृद्धि सूक्ष्मजीवों का संवर्धन (culture ofmicroorganism) कहलाता है। सूक्ष्मजीवों के विभिन्न जैविक पहलुओं का अध्ययन तथा लाभदायक कार्यों में उनके उपयोग करने के लिए सूक्ष्मजीवों का संवर्धन किया जाता है।
संवर्धन माध्यम के विभिन्न भौतिक एवं रासायनिक कारकों, जैसे तापक्रम, अम्लीयता, क्षारीयता, ऑक्सीजन की मात्रा आदि का सूक्ष्मजीवों के संवर्धन पर महत्त्वपूर्ण प्रभाव होता है। पिछली कक्षा में आपने यीस्ट के संवर्धन के लिए तैयार किए जानेवाले माध्यम का अध्ययन किया है। प्रयोगशाला में सूक्ष्मजीवों के संवर्धन के लिए व्यवहार किए जानेवाले एक प्रचलित माध्यम पोटैटो डेक्सट्रोस अगार (PDA, potato dextrose agar) प्रयोगशाला में PDA तैयार करने की विधि निम्नलिखित है।
200 ग्राम स्वस्थ आलू लें। इन्हें स्वच्छ जल से अच्छी प्रकार धोकर साफ कर लें। साफ किए गए आलू के छोटे-छोटे टुकड़े काट लें। अब इन टुकड़ों को स्वच्छ जल के साथ मुलायम होने तक उबालें। अब इन्हें मसलकर इनकी लुग्दी लेई (paste) बना लें। इसे ठंढा होने दें। आलू के इस लुग्दी में 500 मिलीलीटर आसुत जल (distilled water) तथा इसमें 20 ग्राम ग्लूकोस मिला दें। अब एक दूसरे बीकर में 20 ग्राम अगार जेल (agar gel) लें तथा उसमें 500 मिलीलीटर आसुत जल डालकर उसे उबाल लें। इस उबले जल को पहले से तैयार किए गए आलू की लुग्दी एवं ग्लूकोस के मिश्रण में मिला दें। इस मिश्रण को स्वच्छ पात्र में रखें। इस प्रकार तैयार किए गए PDA का उपयोग सूक्ष्मजीवों के संवर्धन के लिए किया जाता है।