(a) क्लोनिंग स्थल : यह एक या एक से अधिक recognition site है किसी क्लोन संवाहक के ऊपर जिससे बाहरी DNA (alien DNA) प्रतिबंधित एंजाइम की मदद से बंध जाता है।
(b) माइक्रोइंजेक्शन : इस विधि में कोई बाहरी डी०एन०ए० को सीधे तौर पर किसी जंतु कोशिका या पादप कोशिका के केन्द्रक में inject किया जाता है। इसका उपयोग अंडाणु अंडे तथा भ्रूण में किया जाता है ।
Jeffey S. Chamberlain एवं अन्य वैज्ञानिकों ने मिलकर चूहों में एक विकृति को दूर करने में सफलता प्राप्त की जिसमें आनुवंशिक रूप से Neuromuscular रोग हो गया था।
यह रोग मनुष्य के Muscular dystrophy जैसा ही था।