प्रथम विश्वयुद्ध समाप्त होते-होते राष्ट्रसंघ की आवश्यकता प्रत्येक देश में महसूस की जाने लगी।
अतः जब जनवरी, 1919 में पेरिस शांति-सम्मेलन प्रारंभ हुआ तो राष्ट्रसंघ के ऊपर गम्भीरतापूर्वक विचार होना आवश्यक हो गया।
पेरिस के शांति-सम्मेलन में राष्ट्रसंघ के संविधान तैयार करने का कार्य राष्ट्रपति वुडरो विल्सन के सभापतित्व में 19 प्रतिनिधियों के एक सम्मेलन को सौंपा गया।
14 फरवरी, 1919 को राष्ट्रसंघ कमीशन ने इसका प्रारूप तैयार किया। 28 अप्रैल, 1919 को शांति-सम्मेलन ने इसे सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया।
इसकी स्थापना 10 जनवरी, 1920 को स्विट्जरलैंड के जेनेवा नामक नगर में की गई। प्रारंभ में इसके 42 सदस्य थे, जो बढ़कर 60 तक पहुँच गये।
अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन को राष्ट्रसंघ का 'धर्मपिता' कहा जाता है।