रजनी पाम दत्त ने यह कथन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Indian National Congress) के बारे में कहा था।
कांग्रेस कई अवसरों पर अंग्रेजी हुकूमत के साथ सहयोग भी करती थी -
जैसे प्रथम विश्व युद्ध में भारतीय सहयोग हो, या गांधी-इर्विन वार्ता हो।
इसके अतिरिक्त भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने साम्राज्यवाद का विरोध करते हुए अंग्रेजों से आजादी से की लड़ाई लड़ते हुए देश को स्वतंत्र भी कराया।