पार्वती परिणय, कादम्बरी एवं हर्षचरित पुस्तक के लेखक बाणभट्ट (Banbhatt) थे। वे थानेश्वर का रहने वाले, हर्षवर्द्धन के राजकवि थे। हर्षचरित भारत के किसी राजा का प्रथम जीवनचरित पुस्तक है।
हर्षचरित से वर्धन वंश के बारे में विशेष कर हर्षवर्धन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है। हर्षवर्धन विद्वान शासक थे, जिन्होंने नागानंद, रत्नावली और प्रियदर्शिका पुस्तकें, लिखी।
हर्षवर्धन के दरबार में मयूर रहते थे। जिन्होंने सूर्यशतक (मयूरशतक) पुस्तक लिखी।