विजयनगर राज्य (Vijaynagar Rajya) के पतन के प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं—
1. निरंकुश शासन— विजयनगर के शासक निरंकुश थे राज्य की सारी शक्ति राजा शासक के हाथ में थी। अतः विपत्ति के समय में प्रजा ने शासकों को पूर्ण सहयोग नहीं दिया।
2. उत्तराधिकार के झगड़े— उत्तराधिकारी अयोग्य थे और राजसत्ता को लेकर निरंतर युद्ध होते थे, जिससे साम्राज्य में अशांति बनी हुई थी। राजदरबार षडयंत्रों का केंद्र बिंदु बन गया।
3. मुस्लिम राज्यों से संघर्ष— बहमनी व अन्य मुस्लिम राज्यों से संघर्ष में राज्य की शक्ति कमजोर पड़ गयी। युद्धों में व्यस्त रहने के कारण प्रशासन की ओर विशेष ध्यान नहीं दिया जा सका, अंत में तालीकोटा के युद्ध में विजयनगर राज्य का अंत हो गया।