हड़प्पा सभ्यता (Harappan civilization) के पतन के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं—
i. प्राकृतिक आपदा : हड़प्पा सभ्यता के पतन का सबसे प्रमुख कारण प्राकृतिक आपदा जैसे बाढ़ आना, नदियों का मार्ग बदलना, भूकंप आदि माना जाता है।
आज भी बाढ़, भूकंप आदि प्राकृतिक आपदा के सामने मानव असहाय हो जाता है।
हड़प्पा काल में लगभग सभी प्रमुख शहर नदियों के किनारे पश्चिमोत्तर भारत में फैले थे। बाढ़ और भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा ने इस सभ्यता का पतन किया।
ii. आर्य आक्रमण के कारण : हड़प्पा सभ्यता के पतन का दूसरा प्रमुख कारण आर्य आक्रमणकारियों को माना जाता है।
आर्य लोग घोड़े का युद्ध में प्रयोग जानते थे। ऋग्वेद में हरियूपिया नामक नगर के इनके प्रमुख देवता पुरंदर यानी इंद्र द्वारा नष्ट करने की चर्चा मिलती है।
इसके अलावे प्रारम्भिक वैदिक सभ्यता हड़प्पा के बाद शुरू होती है तथा प्रारंभिक निवास स्थान सप्त सिंधु क्षेत्र माना जाता है जहाँ पहले हड़प्पा सभ्यता थी।
iii. आर्थिक तंत्र का कमजोर होना : हड़प्पा सभ्यता मुख्यतः शहरी सभ्यता थी। शहरी सभ्यता का अस्तित्व तब तक बना रहता है।
जब तक उसके आस-पास के क्षेत्रों में अधिशेष उत्पादन हो। किसी कारण वश चाहे भूकंप, नदियों के मार्ग परिवर्तन, आग लगने या आर्य आक्रमण से अधिशेष उत्पादन प्रभावित हुआ।
जिससे हड़प्पा के नगरों का आर्थिक तंत्र प्रभावित हुआ। इसी कारण हड़प्पा सभ्यता का पतन हुआ।