प्रतिकूल परिस्थितियों में भी यदि किसी मनुष्य को अपना पेशा बदलने की छूट न हो, तो ऐसी स्थिति में उसे भूखों मरने की नौबत आ सकती है।
यदि किसी मनुष्य के लिए उसका पैतृक पेशा अपर्याप्त और अनुपयुक्त हो और उसे उस पेशा को छोड़कर किसी दूसरे पेशा को अपनाने की छूट न हो, तो उसे भूखों मरने की नौबत आ सकती है।