मनुष्य जैसे बहुकोशिकीय जीवों का शरीर विशाल और जटिल होता है।
उनके शरीर की सभी कोशिकाएँ वातावरण के संपर्क में नहीं रहती हैं। विसरण वातावरण के संपर्क में रहने वाली कुछ कोशिकाओं में ही हो सकता है।
यही कारण है कि विसरण द्वारा इन जीवों में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की आपूर्ति संभव नहीं है।