भारत में राष्ट्रीय स्तर पर लगभग सदैव किसी-न-किसी आपदा की आशंका बनी रहती है।
वह आपदा मानवजनित भी हो सकती हैं या प्राकृतिक भी। इन सभी प्रकार की आपदाओं से बचने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर भी कार्य किये जा रहे हैं, जो निम्नलिखित हैं.
(1) आपदा प्रबंधन के लिए प्रतिवर्ष राष्ट्रीय बजट में आकस्मिक निधि का प्रबंध किया गया है। इससे संकट के समय धनराशि की समस्या नहीं आएगी।
(2) आपदा प्रबंधन के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष का भी गठन किया गया है।
(3) आपदाओं की बारंबारता के क्षेत्र को चिह्नित किया जा रहा है, जिससे उसके क्षेत्र के बारे में जानकारी प्राप्त किया जा सके।
(4) आपदा प्रबंधन में लगे हुए लोगों के लिए प्रशिक्षण का कार्य आवश्यक है। अतः उसके लिए अनेक प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित किये जा रहे हैं। विश्वविद्यालय में आपदा प्रबन्धन की पढ़ाई भी प्रारंभ की गयी है।
(5) पंचायत तथा ग्रामीण स्तर पर भी आपदा प्रबंधन के लिए न सिर्फ प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं, वरन् इससे निपटने की पूर्ण जानकारी भी दी जा रही है। आतंकवाद और साम्प्रदायिक दंगों को कम करने के लिए आतंकवाद विरोधी दस्ते का भी गठन किया गया है।