विद्यालय में प्राथमिक स्तर से ही पर्यावरण शिक्षा प्रारंभ की जानी चाहिए। बच्चों को पर्यावरण से प्रत्यक्ष संपर्क करा कर अर्थात् पेड़-पौधों की शुद्ध हवा के नीचे सूर्य का प्रकाश ग्रहण करते हुए शिक्षा देनी चाहिए। उनके लिए प्राथमिक स्तर पर बागवानी की कक्षा लगाकर पौधे लगवाने चाहिए और पेड़-पौधों की हमारे जीवन में आवश्यकता व महत्व स्पष्ट करना चाहिए। प्रारंभ से ही पर्यावरण संरक्षण का पाठ पढ़ाना चाहिए। उनसे स्वयं पर्यावरण स्वच्छता का कार्य कराना चाहिए।