भाषायी कौशल के विकास में कविता आश्चर्यजनक योगदान करती है। नियमित रूप से कविताएँ सुनकर छोटे बच्चे भाषा की बुनियादी संरचनाएँ ग्रहण कर लेते हैं। कविता याद रखने के लिए विशेष रूप से उपयोगी इसलिए है क्योंकि उसे याद रखना आसान होता है। कविता याद रखने के लिए छोटे बच्चों को कोई विशेष प्रयास नहीं करना पड़ता। बार-बार सुनने, मजा लेने और दुहराने से कविता अपने आप याद हो जाती है।
बच्चों में पढ़ने के कौशल की नींव डालने के लिए एकदम अलग किस्म की कविताएँ चाहिए। ऐसी कविताओं का संग्रह अध्यापक आसानी से कर सकता है। भाषा के स्वाभावित और खेल जैसे प्रयोग के लिए अपनी दृष्टि दौड़ानी होगी। महज नैतिक सीख देने वाली कविताओं से दूर रहना होगा। एक काम कोई भी अध्यापक आसानी से कर सकता है।
यह है बच्चों के उन गीतों को लिखकर रखना जिन्हें वे कूदते, फाँदते, रस्सी कूदते और गेंद से खेलते समय गाते हैं ये खेलगीत पारंपरिक हैं, और इन्हें शहर में ढूँढना कुछ कठिन होगा, पर थोड़ा प्रयास करके हम ऐसे गीतों का संग्रह तैयार कर सकते हैं। संग्रह एक या कई छोटी किताबों की शक्ल ले सकता है जिनमें हर पृष्ठ पर एक गीत सुंदर अक्षरों में लिखा हो और साथ में हाथ से बनाई या पत्रिका से काटी गई कोई तस्वीर हो । यह जरूरी नहीं कि तस्वीर गीत में कही गई बात को हू-ब-हू पेश करती हो। इतना काफी है कि तस्वीर में गीत का भाव या उससे किसी प्रकार जुड़ा दृश्य प्रकट होता हो। आप इस तरह की कई पुस्तकें तैयार कर सकते हैं ।