भारतीय रेल मार्ग एशिया (Asia) में प्रथम स्थान रखता है। इसका देश के आर्थिक विकास बड़ा योगदान है।
रेलवे ने कृषि और उद्योगों के विकास की गति को तेज करने में योगदान दिया है। रेल यात्रियों की भारी संख्या को दूरदराज के स्थानों तक ले जाती है तथा रेलें भारी मात्रा माल की ढुलाई करती हैं।
औद्योगिक (Industrial) और कृषि क्षेत्रों के विकास में रेल परिवहन की मांग में अधिक वृद्धि हुई है। यह निम्नलिखित उदाहरणों से स्पष्ट है—
i. कोयला रेलों द्वारा सबसे अधिक ढोया जाता है। 2001-2002 में रेल द्वारा 230 करोड़ टन कोयला ढोया गया है।
ii. लौह अयस्क, मैंगनीज, चूना पत्थर आदि की ढुलाई औद्योगिक इकाइयों के लिए की गई है।
iii. रेलवे उर्वरक, मशीन आदि को कृषि कार्य के लिए पहुँचाती रहती है।
iv. रेलवे तैयार माल को बाजारों तक पहुँचाती हैं।
v. विदेशों से आयात किये गये माल को देश के आंतरिक भागों तक पहुँचाती हैं।
vi. रेलों द्वारा श्रमिक एक स्थाने से दूसरे स्थान को रोजगार के लिए जाते हैं।