द्वितीय विश्वयुद्ध (World War ॥) की समाप्ति के पश्चात फ्रांस ने पुनः हिंदचीन में अपना प्रभाव बनाए रखने के लिए फ्रांसीसी महासंघ की योजना प्रस्तुत की, जिसके अनुसार :
1. फ्रांसीसी साम्राज्य को एक महासंघ में बदल दिया जाएगा। इनमें सभी अधीनस्थ उपनिवेशों को रखा जाएगा।
2. हिंदचीन इस महासंघ का एक स्वशासित अंग होगा।
3. हिंदचीन के संरक्षित राज्यों और कोचीन-चीन को मिलाकर एक संघ राज्य का गठन होगा। जिसमें हिंदचीन के सभी नागरिकों को समान रूप से राजकीय पद प्राप्त करने का अधिकार होगा।
4. हिंदचीन संघ की विदेश और सैन्य नीति पर फ्रांस का नियंत्रण रहेगा। हिंदचीन के राष्ट्रवादियों ने इस योजना को अस्वीकृत कर दिया।