फ्रांस की क्रांति विश्व के इतिहास में अपना विशिष्ट स्थान रखती इसके निम्नलिखित परिणाम हुए -
(i) फ्रांस में राजतंत्र सदा के लिए समाप्त हो गया और उसके स्थान पर गणतंत्र की स्थापना हुई जिसमें स्वतंत्रता, समानता तथा बन्धुत्व को प्रोत्साहन मिला।सामन्तवाद का सदा के लिए अन्त हो गया।
(ii) फ्रांस में नये समाज का निर्माण हुआ। यह समाज समानता, स्वतंत्रता एवं बन्धुत्व के सिद्धांत पर आधारित था।
(iii) फ्रांस में सामाजिक, धार्मिक एवं राजनीतिक भेदभाव समाप्त कर दिये गये।
(iv) राष्ट्रीय सभा की शक्ति बढ़ा दी गई। नये कानून एवं कर इसी सभा द्वारा पास होने लगे। अब सबके लिए एक जैसे कानून थे।
(v) पादरियों के अधकारों में कमी कर दी गई। उनका अधिकार क्षेत्र अब चर्च तक ही सीमित कर दिया गया।
(vi) इस क्रांति ने राज्य को धर्म से अलग कर धर्मनिरपेक्ष राज्य की स्थापना की। जनता को धार्मिक स्वतंत्रता प्रदान की गई।
(vii) इस क्रांति ने सामंती अर्थतंत्रीय प्रणाली को समाप्त कर नई पूँजीवादी अर्थतंत्रीय प्रणाली को निर्माण हुआ।
(viii) फ्रांस के नेशनल एसेम्बली ने पहली बार व्यक्ति की महत्ता पर बल दिया। नागरिकों के मौलिक अधिकारों एवं कर्तव्यों की घोषणा की गई।