साख के औपचारिक स्रोत: साख के औपचारिक स्रोत कहने का अर्थ इन सभी संस्थाओं से है जो बेहद कम लाभ लेकर ऋण प्रदान करता है।
उदाहरण: बैंक, सहकारी समितियां, वित्तीय संस्थाएं आदि है।
यह एक तरह से सरकार के नियंत्रण में होती है जिसका ब्याज भी सरकार के द्वारा ही नियंत्रित किया जाता है।
यह संस्थाएं बहुत ही कम ब्याज लेकर ऋण प्रदान करती है परंतु इस ऋण को लेने के लिए ऋण लेने वाले व्यक्ति को अपनी निजी संपत्ति का कुछ पुख्ता सबूत बैंक में जमा कराना पड़ता है।
जिससे बैंक का उस पर भरोसा हो सके अगर रिन धारक ऋण जमा नहीं करता है तो बैंक के द्वारा ऋण धारक द्वारा दिए गए दस्तावेज के आधार पर उनके संपत्ति का जितना ही सा बैंक का बनता है वह उस संपत्ति से वसूलते हैं।