बहुत से लोगों का विचार है, कि संसाधन (Resources) प्रकृति के मुफ्त उपहार होते हैं, परंतु ऐसा नहीं है। सभी संसाधन मनुष्य के क्रियाकलापों (Activities) के प्रतिफल होते हैं। मनुष्य, प्रकृति (Nature) में उपलब्ध पदार्थों को संसाधनों में बदलता है। इस दृष्टि से मनुष्य (Human) बहुत ही महत्वपूर्ण संसाधन है।