फ्रेंक स्मिथ ने पढ़ने को लेकर किये गये अनुसंधान सर्वेक्षण इत्यादि द्वारा क महत्वपूर्ण योगदान दिया है, कि उनके विचारों ने पढ़ने के संसार में खलबली ही नहीं मचायी बल्कि शिक्षकों को चौंकाया और उत्साहित भी किया वे मानते है - पढ़ने की प्रक्रिया उच्च स्तरीय सोचने और सीखने की प्रक्रिया से एक श्रृंखला की तरह जुड़ी हुई है।
स्मिथ भानते हैं कि पढ़ना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है जो पाठक को छपी सामग्री से कहीं आगे ले जाती है। पढ़ने की प्रक्रिया में पाठक मुख्य भूमिका निभाते हैं। पढ़ना एक ऐसी समता है, जिसमें पाठक के अपने पूर्व अनुभव भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जो. पाठक दी गई पढ़ने की सामग्री को समझ नहीं पाता, उसके लिए केवल वर्णों और शब्दों की पहचान एक अर्थहीन क्रिया है।
पढ़ने का सीधा संबंध पाठक के साथ होता है। पढ़ना एक व्यक्तिगत अनुभव है। पाठकों की अपनी रुचियाँ होती हैं पठन सामग्री को लेकर, पुस्तकों का चुनाव हमारी अपनी पसंद पर निर्भर करता है। पढ़ने के दो मुख्य उद्देश्य है- हम जानकारी के लिए पढ़ते हैं या फिर अपने ज्ञान के विस्तार के लिए इस प्रकार पढ़ने की प्रक्रिया जन्म से मृत्यु तक होती और सीखने की प्रक्रिया एक श्रृंखला की तरह जुड़ी हुई है।