प्रारंभ में मानव कृषि कार्य नहीं करते थे। वह स्वयं बनाए गए कुछ हथियारों का उपयोग कर समूहों में जानवरों का शिकार करते थे। विभिन्न प्रकार के कामों और हथियारों में धातु का प्रयोग हुत बाद में प्रारंभ हुआ, प्राचीन गुफाओं में चित्रित आकृतियों से यह पता चलता है कि आरंभ में हथियारों का निर्माण पत्थरों के प्रयोग से हुआ इन सबसे उनके जीवन के संबंध में अनेक जानकारियाँ प्राप्त होती है।
निष्कर्षो तथा मानव सभ्यता की कुशलताओं व क्षमताओं के लिए वांछित कौशल, समझ, विभिन्न स्त्रोतों से संबंधित सूचनाओं की जानकारी वाले स्त्रोतों ढूँढना, उन्हें पहचानना तथा उनका उपयोग करना होगा। इस प्रकार के अध्ययन में प्रत्यक्ष अवलोकन की आवश्यकता नहीं है, परन्तु इसके लिए कौशलों के दूसरे आयामों की आवश्यकता होगी।
इसके लिए सूचनाओं का विश्लेषण करना होगा तथा इसके आधार पर निष्कर्षों तक पहुँचकर परिणाम प्राप्त करना होगा। अपने कौशलों व क्षमताओं का विकासकर धीरे-धीरे मानव सभ्य बनने लगा। शिक्षा की सहायता से मानव शिक्षित होकर आदि मानव से शिक्षित मानव बन गया। धीरे-धीरे उनमें समझ और अनुभव का भी विकास हुआ।