यूरोपीय व्यापारिक कंपनियों (European trading companies) ने भारत में नगरीकरण को बढ़ावा दिया।
इसके दो कारण निम्नलिखित हैं—
- इंग्लैंड में निर्मित वस्तुओं का एक व्यापक बाजार मिल सके।
- भारत में शहरी आबादी का एक ऐसा वर्ग तैयार किया जा सके, जो पश्चिमी शिक्षा, रहन-सहन, संस्कृति का अनुकरण कर सके।