ग्रामीण जनजीवन कृषि पर आधारित होने के कारण वहाँ का पर्यावरण शहरों की तुलना में अधिक स्वच्छ एवं प्रदूषण रहित है। गाँव प्रदूषण रहित होता है अतः वहाँ के बच्चे प्रत्यक्ष रूप से प्रदूषण से परिचित नहीं होते हैं उन्हें इसका ज्ञान सिर्फ किताबों के माध्यम से होता है।
इसका कारण यह है कि गाँवों में फैक्ट्रियाँ और मोटर- गाड़ियाँ कम होते हैं अतः कहा जा सकता है कि ग्रामीण पर्यावरण ग्रामीण जीवन को पर्याप्त रूप से प्रभावित करता है। इसके विपरीत शहरी परिवेश में रहने वाले बच्चें पर्यावरण प्रदूषण से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों माध्यमों से परिचित होते हैं।
उनके जीवन में पर्यावरण के द्वारा हो रहे बदलाव को देखा जा सकता है। शहर के लोगों का रहन-सहन ग्रामीण परिवेश में रहने वाले लोगों से एकदम भिन्न होता है। शहर में मोटर- गाड़ियों के अत्यधिक प्रयोग, फैक्ट्रियों के अत्यधिक होने, ध्वनि की अधिकता के कारण यहाँ के पर्यावरण में प्रदूषण की मात्रा अधिक होती है।
पर्यावरण प्रदूषण शहर और ग्रामीण परिवेश में रहने वाले बच्चों में पर्यावरणीय दृष्टि से भिन्नता का प्रमुख कारण भी है।