मूल्यांकन की वह विधि जिसमें बच्चों का सर्वांगीण विकास संभव हो सके, मूल्यांकन कहलाता है। सतत् का अर्थ है- निरंतर | सतत् का अर्थ है निर्धारण की नियमितता, सुधारात्मक उपाय का उपयोग, पुनः परीक्षा, अधिगम के अंतरालों का निदान तथा स्वयं मूल्यांकन | व्यापक का अर्थ है, पूरी तरह अर्थात् बच्चों का निरंतर पूरी तरह से आकलन करना, जिससे उनकी वास्तविक स्थिति का पता चल सके । संक्षेप में यहाँ विद्यार्थी का मूल्यांकन मात्र किसी एक परीक्षा पर निर्भर नहीं होकर उसके वर्ष पर्यन्त कार्यों का नियमित मूल्यांकन करना है।