सांस्कृतिक पर्यावरण के अध्ययन हेतु रंग-रंगीली भारतीय संस्कृति का अवलोकन कला, संस्कृति, (नृत्य, नाटक, संगीत, मूर्तिकला) आदि में कर सकते हैं। सांस्कृतिक विविधताओं के होते हुए भी हमारे देश में त्योहार मनाने, कपड़ों की बनावट, खान-पान तथा सामाजिक संस्कारों में अत्यधिक समानता पायी जाती है।
बिहार का छऊ एवं मणिपुर का मणिपुरी नृत्य प्रसिद्ध है। गैर, घूमर, गवरी, भंबई राजस्थान के तथा गुजरात के प्रसिद्ध नृत्य हैं। महाराष्ट्र में गणेश उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। पंजाब के भाँगड़ा एवं गिद्दा नृत्य प्रसिद्ध है। हिमाचल प्रदेश में पश्मीने की शाल तथा ऊनी कम्बल घर-घर बनाये जाते हैं। कश्मीरी सर्दी से बचने के लिए कांगड़ी (छोटी अंगीठी) साथ रखते हैं। कर्नाटक का यक्षगान तथा केरल का कथकली एवं आन्ध्र प्रदेश की कुचीपुड़ी नृत्य प्रसिद्ध है। हमारी ऐतिहासिक एवं प्राचीन धरोहर ही संस्कृति हैं। इसका रख-रखाव हम सभी का उत्तरदायित्व है।
कश्मीर को धरती का स्वर्ग कहा जाता है। हरिद्वार उत्तरांचल का प्रसिद्ध तीर्थ स्थान है। सारनाथ में अशोक स्तम्भ बना है। भुवनेश्वर से कुछ दूरी पर विश्व प्रसिद्ध कोणार्क का सूर्य मन्दिर है। हैदराबाद, पाण्डिचेरी, मैसूर (कर्नाटक), मुम्बई, लोजार, खजुराहो, दिल्ली का लाल किला, आगरा का ताजमहल तथा अजन्ता-एलोरा गुफाएँ आदि भारत के प्रमुख पर्यटन स्थल है।
आगरा का ताजमहल विश्व का पहला आश्चर्य है। इसे शाहजहाँ ने अपनी बेगम मुमताज महल की याद में बनवाया था। एलोरा एवं अजब्ता की गुफाएँ पहाड़ों में खुदाई कर बनायी गयी है। एलोरा में प्रतिवर्ष मार्च महीने में नृत्य एवं संगीत का महोत्सव होता है।