(a) सत्य, क्योंकि किसी सदिश का परिमाण एक संख्या होती है ।
(b) असत्य, क्योंकि किसी सदिश का घटक सदिश ही होता है।
(c) यह कथन तभी सत्य है जब कण उसी दिशा में एक सरल रेखा के अनुदिश चलता है, अन्यथा असत्य है।
(d) सत्य, क्योंकि कुल पथ-लम्बाई विस्थापन सदिश के परिमाण के बराबर अथवा बड़ी होती है, अत: औसत चाल औसत वेग के परिमाण से बड़ी या बराबर होती है।
(e) सत्य, एक ही क्रम में दी हुई त्रिभुज की तीनों भुजाओं से उनको प्रदर्शित नहीं किया जा सकता। यहाँ पर किन्हीं दो सदिशों का परिणामी उन सदिशों के तल में ही होगा तथा यह दूसरे तल में स्थित तीसरे सदिश को सन्तुलित नहीं कर सकता ।