ताप बताएं l Taap Ko Bataen.
32 views
0 Votes
0 Votes

ताप बताएं l Taap Ko Bataen.

1 Answer

0 Votes
0 Votes

सामान्य अनुभव के आधार पर हाथ से छूने पर यदि कोई वस्तु A किसी अन्य वस्तु B की अपेक्षा अधिक गर्म लगती है तो हम कहते हैं कि वस्तु A का ताप वस्तु B के ताप से अधिक है अथवा वस्तु B का ताप वस्तु A के ताप से कम है।

 इस प्रकार किसी वस्तु की वह ऊष्मीय अवस्था जो उसकी गर्माहट या ठण्डेपन का बोध कराती है, ताप कहलाती है।

यदि दो वस्तुएँ एक-दूसरे के ऊष्मीय सम्पर्क में हों, तो अधिक ताप वाली वस्तु में से ऊष्मा कम ताप वाली वस्तु में तब तक प्रवाहित होती है जब तक कि दोनों का ताप बराबर नहीं हो जाता है।

 इस प्रकार ऊष्मा के प्रवाह का निर्णय करने वाला अवयव ही ताप है। दोनों वस्तुओं के बीच ऊष्मा का

आदान-प्रदान रुक जाने पर वे वस्तुएँ ऊष्मीय साम्य (thermal equilibrium) में कहलाती हैं। 

अत: ताप किसी वस्तु का वह गुण है, जिससे हमें यह ज्ञात होता है कि वह वस्तु किसी दूसरी दी गयी वस्तु के साथ ऊष्मीय साम्य में है अथवा नहीं।

 गैसों के अणुगति सिद्धांत के अनुसार, ताप आदर्श गैसों के अणुओं की औसत गतिज ऊर्जा की माप है और ऊष्मा स्थिर आयतन पर गैस के समस्त अणुओं की कुल गतिज ऊर्जा की माप है।

द्रव्यमान, लम्बाई तथा समय की भाँति ही ताप भी मूल राशि (fundamental quantity) है।

RELATED DOUBTS

1 Answer
6 Votes
6 Votes
37 Views
1 Answer
5 Votes
5 Votes
579 Views
Peddia is an Online Question and Answer Website, That Helps You To Prepare India's All States Boards & Competitive Exams Like IIT-JEE, NEET, AIIMS, AIPMT, SSC, BANKING, BSEB, UP Board, RBSE, HPBOSE, MPBSE, CBSE & Other General Exams.
If You Have Any Query/Suggestion Regarding This Website or Post, Please Contact Us On : [email protected]

CATEGORIES