मौलवी अहमदुल्लाह शाह (Maulvi Ahmadullah Shah) ने फैजाबाद में विद्रोह को अपना नेतृत्व प्रदान किया। ये अंग्रेजों के सबसे कट्टर दुश्मन थे।
वह मूलतः तमिलनाडु में अर्काट के रहने वाले थे, पर वह फैजाबाद में आकर बस गए थे। उन्होंने भारत के विभिन्न धर्मानुयायियों का आह्वान करते हुए कहा कि सारे लोग काफिर अंग्रेजों के विरुद्ध खड़े हो जाओ और उन्हें भारत से बाहर खदेड़ दो ।
इनके बारे में अंग्रेजों ने कहा कि, अदम्य साहस के गुणों से परिपूर्ण और दृढ़ संकल्प वाले व्यक्ति तथा विद्रोहियों में सर्वोत्तम सैनिक है। इनकी गिरफ्तारी के लिए ब्रिटिश सरकार ने 50,000 रु. का इनाम रखा था।